पिलोनाइडल साइनस सिस्ट रोग के कारण और लक्षण

पिलोनाइडल साइनस /सिस्ट रोग रीड की हड्डी के निचले हिस्से में एक छोटी गाँठ दार सूजन के रूप में देखा जाता है जिसमे कभी- कभी मवाद और रक्त का स्त्राव होता है।

यह ज्यादातर बालो की त्वचा वाले लोगो में पाया जाता है। कई बार हल्का दर्द भी देखा जा सकता है। मुख्य समस्या यह है की यह छोटी अवधि की छूट के बाद बार- बार विकसित होता रहता है। जैसे जैसे समस्या बढ़ती है,सूजन और मवाद का स्त्राव भी बढ़ जाता है।

यह आमतौर पर शुरुआत में तब तक ध्यान देने योग्य नहीं जब तक की यह बार-बार आवर्ती न हो। यह सलाह दी जाती है कि इसे ओप्रेशन न करवाए क्योंकि सर्जरी के बाद पुनरावर्ती की सम्भावना बहुत अधिक होती है ,जबकि आयुर्वेद में ग्रेनेड क्षरसूत्र ” की मदद से इस समस्या को बिना सर्जरी के पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।

पिलोनाइडल साइनस रोग के कारण

पीलोनाइडल साइनस को जीप राइडर्स बैक प्रॉब्लम के नाम से भी जाना जाता है। समस्या सबसे पहले दितीय विश्व युद्ध के दौरान बड़े पैमाने पर उन सैनिको में दर्ज की गई थी जो अक्सर जीप और मोटर बाइक चलाते थे।

हालांकि समस्या के होने के पीछे के कारण वास्तव में ज्ञात नहीं है ,यह माना जाता है की बढ़ते बाल और त्वचा में बालो का प्रवेश मुख्य कारण है। बालो वाली त्वचा वाले लोगो मे यह समस्या आम है।

पिलोनाइडल साइनस के घरेलू उपाय

पिलोनाइडल साइनस एक संक्रामक स्थिति है जो आमतौर पर बालो वाली त्वचा वाले व्यक्तियों में देखी जाती है। ऐसे में पीलोनाइडल साइनस का कोई घरेलु उपाय नहीं है तो घरेलु उपचार की तलाश में समय बर्बाद करने के बजाय, आपको जल्द से जल्द पीलोनाइडल साइनस के लिए सम्पूर्ण उपचार यानी क्षारसूत्र उपचार की योजना बनानी चाहिए।

पीलोनाइडल साइनस की पहचान और संक्रमण के लक्षण

पीलोनाइडल साइनस संक्रमण की पहचान करने में मुख्य समस्या है ,यह तब तक नहीं किया जा सकता जब तक की एक निश्चित सीमा तक बढ़ नहीं जाता। सबसे पहले यह त्वचा पर सामान्य फोड़े की तरह दिखाई देता है।

जब वो वक्त के साथ नहीं जाता तो उसमे मवाद निकलना शुरू हो जाता है। हमने कुछ संकेतो का सीमांकन किया है जो समस्या का पता लगाने में आपकी मदद कर सकते है।

  • पीठ के निचले हिस्से में उठने बैठने में दर्द होना।
  • पुटी सूजी हुई दिखाई देती है।
  • पुटी से मवाद और रक्त मिश्रित पानी जैसा बहना
  • पुटी के पास ऐडड त्वचा।
  • बार- बार सिस्ट बनना।
  • यदि आपकी कोई समस्या है तो आप विशेषज्ञ से सलाह ले सकते है।

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